हेलो फ्रेंड यदि आप gas welding process in hindi नहीं जानते तो मैं आपको आज की इस आर्टिकल में आपको गैस वेल्डिंग क्या है? बताने वाला हूं। तो आप इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक पढ़ते रहिए।
ताकि आप गैस वेल्डिंग क्या है? इसके साथ साथ गैस वेल्डिंग के उपयोग कहां कहां पर किया जाता है? और उसका फायदा क्या है? और नुकसान क्या क्या है? इन सभी जानकारी को इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे।
Gas welding process क्या है? – (gas welding process in hindi)
गैस वेल्डिंग एक प्रकार की फ्यूज़न वेल्डिंग प्रक्रिया है जिसमें फ्यूल गैसों को हीट उत्पन्न करने के लिए जलाया जाता हैं। इस हीट का उपयोग जिन वेल्डिंग प्लेटों की सतहों को जोड़ना होता है उन को पिघलाया जाता है जो एक दूसरे के ऊपर फ्यूज होती है और ठंडा होने के बाद एक जॉइंट बनाती है।
इस प्रक्रिया में, ज्यादातर ऑक्सी- एसिटिलीन गैस का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है। यह प्रक्रिया फिलर मेटल की सहायता से या उसके बिना भी की जा सकती है। यदि फिलर मेटल का उपयोग किया जाता है, तो इसे सीधे वेल्ड क्षेत्र में मैन्युअल रूप से फीड किया जाता है।
Gas welding का principle क्या है?
गैस वेल्डिंग सबसे महत्वपूर्ण प्रकार की वेल्डिंग प्रक्रिया है। जिसमे ऑक्सीजन की मदद से एसिटिलीन गैस को जलाया जाता है जो उच्च तापमान की एक केंद्रित फ्लेम (लौ) बनाता है। यह फ्लेम (लौ) सीधे वेल्ड क्षेत्र पर टकराती है जो वेल्ड सतह तथा फिलर मेटल को पिघलाती है, वेल्डिंग प्लेटों का पिघला हुआ हिस्सा एक दूसरे में फैलता है और ठंडा होने के बाद एक वेल्ड जॉइंट बनता है।
Gas welding का Working process क्या है?
1. सबसे पहले सभी उपकरण ध्यान से जोड़ना चाहिए।
2. एसिटिलीन सिलेंडर और ऑक्सीजन सिलेंडर को वेल्डिंग टोर्च से जोड़ा जाता है, प्रेशर रेगुलेटर के माध्यम से।
3.अब रेगुलेटर के माध्यम से टार्च में भेजी की गई एसिटिलीन और ऑक्सीजन गैस ठीक से मिश्रित होती है।
4. लौ को एक स्ट्राइकर द्वारा प्रज्वलित किया जाता है। 5. अब लौ को वेल्डिंग टोर्च में स्थित वाल्वों के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है।
6. लौ को नेचुरल फ्लेम पर सेट किया जाता है या वेल्डिंग की स्थिति के अनुसार ऑक्सीडाइजिंग या कार्बोनाइजिंग फ्लेम पर सेट किया जाता है।7. अब वेल्डिंग टोर्च उस जगह चलायी जाती है जहाँ वेल्डिंग जॉइंट बनाया जाना है।
8. यह इंटरफ़ेस भाग को पिघला देता है और उन्हें स्थायी रूप से जोड़ देता।
Gas welding process के उपयोग क्या क्या है?
1. इसका उपयोग पतली धातु की प्लेटों को जोड़ने के लिए किया जाता है।
2. इसका उपयोग लौह और अलौह दोनों धातुओं को जोड़ने के लिए किया जाता है।
3. गैस वेल्डिंग का उपयोग ज्यादातर शीट धातु के निर्माण किया जाता है।
4. यह ऑटोमोबाइल और विमान उद्योगों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
Gas welding process के फायदे क्या क्या है?
1. संचालित करना आसान है और उच्च कौशल ऑपरेटर की आवश्यकता नहीं है।
2. उपकरण की लागत एमआईजी जैसी अन्य वेल्डिंग प्रक्रियाओं की तुलना में कम है।
3. अन्य प्रकार के वेल्डिंग की तुलना में उपकरण अधिक पोर्टेबल हैं।
4. इसे गैस कटिंग के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
Gas welding के नुकसान क्या क्या है?
1. यह सरफेस फिनिशिंग कम प्रदान करता है।
2. गैस वेल्डिंग में ताप से अधिक क्षेत्र प्रभावित होता हैं, जो मूल पदार्थ के यांत्रिक गुणों में परिवर्तन का कारण बन सकते हैं।
3. उच्च तापमान की लौ के कारण अधिक सुरक्षा की आवश्यता पढ़ती है।
4. यह केवल नरम और पतली चादरों के लिए उपयुक्त है।
5. पदार्थ को जॉइंट करने की दर कम होती है।।
Gas welding process in hindi
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