लोकतंत्र एक प्रशासनिक व्यवस्था का एक विशेष प्रकार है जिसमें शासकों की शक्ति जनता के हाथ में होती है। इस प्रणाली में लोगों का सीधा भागीदारी होता है शासन के निर्णयों में और उन्हें स्वतंत्रता होती है अपने विचारों को व्यक्त करने की। यह एक महत्वपूर्ण तत्त्व है जो समाज में सामाजिक समरसता, स्वतंत्रता, और न्याय को स्थापित करने में मदद करता है।
निष्कर्ष:
लोकतंत्र समाज में सामाजिक संवाद, स्वतंत्रता, और समानता की मूलभूत भावनाओं को प्रोत्साहित करने वाली महत्वपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था है। यह शक्ति जनता के हाथ में होने से समाज में सामाजिक न्याय और समरसता की स्थापना होती है। लोकतंत्र के माध्यम से लोग अपने विचारों को स्वतंत्रता से व्यक्त कर सकते हैं और राजनीतिक प्रक्रियाओं में भागीदारी ले सकते हैं। इसका परिणामस्वरूप समाज में विकास और सामाजिक सुधार आते हैं।